तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला: FIR दर्ज

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला: FIR दर्ज

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला बढ़ता ही जा रहा है।  तिरुमाला तिरुपति देवस्थान बोर्ड के जनरल मैनेजर पी. मुरली कृष्ण ने घी सप्लाई करने वाली कंपनी AR Dairy Food Private Limited के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।

मंदिर में भगवान बेंकटेश्वर स्वामी का दर्शन करने रोजाना 80 हजार के लगभग श्रद्धालु आते है और लगभग 3.5 लाख लड्डू रोज तैयार किये जाते है जिसे भक्तो को प्रसाद के रूप में दिया जाता है। और इन लड्डुओं को बनाने की जिम्मेदारी मंदिर के तिरुमला तिरुपति देवश्थान बोर्ड TTD की होती है। और इस बोर्ड की कमेटी का गठन आंध्र प्रदेश की सरकार 2 साल के लिए करती है। और इस कमेटी के लोग ही लड्डू के निर्माण सामग्री की खरीदारी करते है । इसीलिए इस विवाद को पिछली सरकार को अप्रतक्ष्य रूप से भूमिका के रूप में देखा जा रहा है।

घी में मिलावट की जांच के लिए SIT का गठन

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला उजागर होने के बाद सोशल मिडिया पर लोग कई तरह से प्रश्न उठा रह है। हिन्दुओ के भावनाओ को आघात पहुंचाने वाला यह घृणित कार्य कब से और किसके संरछण में चल रहा था?  इस गंभीर मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम मंदिर के प्रसादम में शुद्ध गाय के घी के जगह पर फिश आयल और एनिमल फैट मिलावट के मामले की बारीकी से जांच करेगी।

इतना बड़ा खेल होता रहा और किसी को खबर तक नहीं लगी, शासन-प्रसाशन मंदिर के महंथ/ पुजारियों क्या किसी को भी इतनी बड़ी घटना का भनक तक नहीं लगी या इसको छुपाया गया ।

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में घी मिलावट पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

तिरुपति बालाजी लड्डू में चर्बी वाला घी मिलावट के मामले को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है। NDA विधायक दल के मीटिंग के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री च्नद्र बाबू नायडू ने इस पुरे मामले को उजागर किया था और पूर्ववर्ती सरकार के समय हुए अधार्मिक कार्य को जाँच करने की मांग की थी। वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगमोहन रेड्डी ने इस पुरे घटनाक्रम को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।

तिरुपति बालाजी के भक्तों की अटूट आस्था

इस विवाद के बावजूद भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। 20 से 25 सितंबर के बीच 510,643 भक्तों ने मंदिर में दर्शन किए। इसके अतिरिक्त, लड्डू के विवाद के बावजूद केवल 3 दिन में 10 लाख लड्डू बिक गए।

लोग सवाल उठा रहे है की देश का दूसरा सबसे समृद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर है। मंदिर को हर साल लगभग 650 करोड़ रुपये दान के रूप में मिलते है। मंदिर के पास 10 टन सोना और 15900 करोड़ की सम्पति है। इतना समृद्धि और संपन्न मंदिर होने के बाद भी क्या मंदिर बोर्ड की जिम्मेदारी नहीं बनती की प्रसाद की शुद्धता के लिए मंदिर में ही एक food test lab की व्यवस्था कर दे।

प्रायश्चित के लिए पवन कल्याण का 11 दिन का उपवास

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और साउथ तेलगू सिनेमा के मेगा स्टार पवन कल्याण ने इस घटना पर प्रायश्चित करते हुए 11 दिनों का उपवास शुरू किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “हे बालाजी भगवन – क्षमा करें प्रभु।” इसके साथ ही, पवन कल्याण ने सनातन धर्म रक्षा बोर्ड की स्थापना की भी मांग की है।

यह पूरा मामला न केवल भक्तों की भावनाओं को प्रभावित कर रहा है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। अब देखना यह है कि SIT की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं और इस विवाद का समाधान कैसे होता है।