Baba Siddique के मर्डर के बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ाई गई

बाबा सिद्दीक़ी के मर्डर के बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ाई गई
सलमान खान

 

Baba Siddique के मर्डर के बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ाई गई है। lawrence bishnoi gang सलमान खान (salman khan) के करीबियों को निशाना बना रहा है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीक़ी की शनिवार को मुंबई के सबसे पॉश इलाका कहे जाने वाला बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

बाबा सिद्दीक़ी इसी साल फ़रवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार की एनसीपी (NCP) में शामिल हुए थे। उनके बुलेट प्रूफ कार पर हमलावरों ने 6 राउंड फॉयरिंग की थी जिसमें से 3 गोली उनके सीने में लगी थी। हमला इतना करीब से था कि बुलेट प्रूफ कार भी सुरक्षा नहीं कर पाई, उनके साथ कार में बैठे एक व्यक्ति के पैर में भी गोली लगी है फ़िलहाल वो ठीक है। बाबा सिद्दीक़ी हत्याकांड के मामले में मुंबई पुलिस ने अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चौथे आरोपी की पहचान मोहम्मद जीशान अख्तर के रूप में हुई है वह पंजाब का रहने वाला है। जालंधर की पुलिस ने उसे 2022 डकैती और मर्डर के केस में गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार आरोपियों में गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप, प्रवीण लोनकर को पुलिस हिरासत में रखा गया है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रवीण लोनकर मुख्य साजिसकर्ताओं में से एक है उसके भाई सुबु लोनकर ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर बाबा सिद्दीक़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी फ़िलहाल फरार शुबू लोनकर की मुंबई पुलिस को तलाश है।

Baba Siddique सिद्धू मुसेवाला के बाद ….. अगला निशाना सलमान खान?

सिद्धू मुसेवाला को मारने के बाद से ही लोगो में बिश्नोई गैंग को लेकर दहशत बना हुआ था। अब बाबा सिद्दीक़ी को गैंग ने मार दिया, अभी कुछ दिन पहले ही lawrence bishnoi gang ने सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग की थी। तब सलमान खान के चाहने वाले परेशान हो गए थे। मुंबई पुलिस के त्वरित करवाई से हमलावर गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन अब इस घटना ने सलमान खान और उनके परिवार के साथ-साथ उनके फैंस की भी चिंता और बढ़ा दी है। सलमान खान के परिवार ने उनके घर पर आने वाले रिश्तेदारों और शुभचिंतको से अपील की है कि अब वो घर पर ना आये। इससे पहले भी lawrence bishnoi gang सलमान खान के दोस्त एपी ढिल्लों और गिप्पी ग्रेवाल के ऊपर कनाडा में हमला किया था।

बाबा सिद्दीक़ी कोई साधारण राजनेता नहीं थे वह महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके थे। उनके बॉलीवुड से अच्छे सम्बन्ध थे हर साल उनके ईद के इफ्तार पार्टी में पूरा बॉलीवुड शामिल होता था। जब सलमान खान (Salman khan) और शाहरुख़ खान के दोस्ती में दरार आयी थी तब बाबा सिद्दीक़ी ने ही दोनों की दोबारा दोस्ती कराई थी। वह सलमान खान के बहुत ही खास दोस्त थे बाबा सिद्दीक़ी की मौत की खबर सुनते ही सलमान खान bigg boss की शूटिंग छोड़कर लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे थे। बाबा सिद्दीक़ी की हत्या सलमान खान से दोस्ती की वजह से की गई है। दोस्ती के चलते बाबा सिद्दीक़ी सलमान खान की हर संभव मदद करते थे और यही बात bishnoi gang को पसंद नहीं आयी।

सलमान खान की मदद करने वालों को Bishnoi Gang ने दी धमकी

बाबा सिद्दीक़ी के मर्डर के बाद lawrence bishnoi gang ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से हत्या की जिम्मेदारी ली है। रिपोर्ट की माने तो ये पोस्ट विश्नोई गैंग के सदस्य शुबू लोनकर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से लिखा है, 

ॐ जय श्री राम जय भारत,  जीवन का मूल समझाता हूँ, जिस्म और धन को मैं धुल समझता हूँ ।।

किया वही सत्कर्म था जो, निभाया मित्रता का धर्म था जो ।।    सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे पर तुमने                  हमारे भाई का नुकसान करवाया…. आज जो बाबा सिद्दीकी के पुल बांध रहें हैं यह एक टाइम में दाऊद के साथ                  मकोका एक्ट में था… इसके मरने के कारण- अनुज थापन और दाऊद का बॉलीवुड, राजनीती, प्रॉपर्टी डीलिंग से                जोड़ना था…. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं हैं पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा अपना            हिसाब लगा के रखना…. हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे। हमने पहले वॉर            कभी नहीं किया …..  जय श्री राम जय भारत सलाम शहीदां नू #lawrenceBishnoiGroup #AnmolBishnoi                           #AnkitBhaduSherawala 

सलमान खान और काला हिरण

सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई के बीच दुश्मनी की शुरुआत की वजह काला हिरण हैं। 1998 में सलमान खान पर आरोप लगा कि  हम साथ साथ हैं फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने 2 काले हिरणों को शिकार किया। ये खबर फैलते ही विश्नोई समाज गुस्से में आ गया और आंदोलन करने लगा। विश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है। चूकि भारत में काले हिरण का शिकार प्रतिबंधित है इसलिए सलमान खान के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई हुई।

कई सालों तक मुक़दमा चला और फिर सलमान खान को कोर्ट ने दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई। लॉरेंस विश्नोई ने कहा था कोर्ट ने सजा दिया इसका मतलब ये नहीं कि विश्नोई समाज ने उसे माफ़ी दे दी। अगर सलमान खान विश्नोई समाज से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगता है तब उसे माफ़ करेंगे, लेकिन सलमान खान ने सार्वजानिक रूप से माफ़ी नहीं मांगी। फिलहाल सलमान खान जमानत पर बाहर हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग उनके लिए खतरा बना हुआ है।

Hardik pandya birthday: 31 साल के हुए हार्दिक पंड्या

Hardik pandya birthday

Hardik pandya birthday : हार्दिक पंड्या आज अपना 31वां  जन्मदिन मना रहे हैं। साधारण गुजराती परिवार में जन्म लेने वाले हार्दिक पंड्या का क्रिकेट कैरियर शुरू से ही रोमांचिक रहा हैं। वे ब्रांडेड घड़ियों और ब्रांडेड कारों के बहुत शौक़ीन है। हार्दिक पंड्या और उनके बड़े भाई क्रुणाल पंड्या दोनों भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेलते हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक हार्दिक पंड्या का जन्म 11 अक्टूबर 1993 को सूरत, गुजरात में हुआ था। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी धाकड़ बल्लेबाजी, बेहतरीन फील्डिंग, तेज गेंदबाजी से अपनी खास पहचान बनाई हैं। हार्दिक पंड्या की क्रिकेट यात्रा संघर्षों और चुनौतियों से भरी रही, लेकिन क्रिकेट खेलने के जूनून और उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें एक भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा बना दिया।

प्रारंभिक संघर्ष और क्रिकेट करियर की शुरुआत

हार्दिक पंड्या का क्रिकेट से प्यार बचपन से ही था। उन्होंने अपने बड़े भाई क्रुणाल पंड्या के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। दोनों भाइयों का सपना था की एक दिन वे भारत के लिए खेलें। हालाँकि हार्दिक के परिवार की स्थिति अच्छी नहीं थी। लेकिन उनकी पिता हिमांशु पंड्या ने अपने बेटों के क्रिकेट करियर के लिए सब कुछ दाव पर लगा दिया। उन्होंने अपना ट्रांसफर सूरत से बड़ौदा करा लिया ताकि उनके दोनों बेटे अच्छे से क्रिकेट खेलने की  ट्रेनिंग ले सकें।

2013 में उन्होंने बड़ौदा के लिए डेब्यू  किया और अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण आलराउंडर साबित हुए। हार्दिक ने बड़ौदा के टीम से घरेलु क्रिकेट खेलना शुरू किया। उनकी बिस्फोटक बल्लेबाजी और आक्रामक गेंदबाजी ने उन्हें जल्द ही पहचान दिलाई। लेकिन हार्दिक पंड्या की असली पहचान आईपीएल( इंडियन प्रीमियर लीग ) से बनी।

आईपीएल में एंट्री

2015 में हार्दिक पंड्या का आईपीएल में एंट्री हुआ।  मुंबई इंडियंस ने 10 लाख के बेस प्राइस पर अपने टीम में शामिल किया। यहीं वो मंच था जो हार्दिक पंड्या को भारतीय टीम में एंट्री दिला सकता था। हार्दिक पंड्या ने इस मौके को अच्छे से भुनाया और अपने बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया। खासकर उनके तूफानी अंदाज में खेलने की कला ने क्रिकेट प्रेमियों का चहेता बना दिया। हार्दिक के आईपीएल में शानदार प्रदर्शन ने भारतीय टीम के चयनकर्ताओं का ध्यान खिंचा और उन्हें 2016 में भारतीय टी-20 में खेलने के मौका मिला। मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए हार्दिक पंड्या ने चार आईपीएल ख़िताब जीते, जिसमे उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बेहतरीन मैच फिनिशर, ऑलराउंडर, दबाव में शांत रहने की क्षमता ने उन्हें टीम का प्रमुख हिस्सा बना दिया।

2022 में हार्दिक पंड्या ने एक नई पारी की शुरुआत की, मुंबई इंडियंस को छोड़कर आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस के साथ चले गए। जहां उन्हें गुजरात टाइटंस के कप्तान के तौर पर एक बड़ा मौका मिला। उनके नेतृत्व कौशल को साबित करने का यहीं सबसे बेहतर मौका था। गुजरात टाइटंस के लिए कप्तान के रूप में हार्दिक पंड्या का पहला सीजन सफल रहा। गुजरात टाइटंस ने 2022 के आईपीएल सीजन का अपना पहला ख़िताब जीत लिया।

अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत

हार्दिक पंड्या ने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 डेब्यू किया, उसी साल उन्होंने वनडे और फिर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आते ही उन्होंने अपने ऑलराउंडर खेल से सबको प्रभावित किया, डेथ ओवर्स में संयमित गेंदबाजी ने भारतीय टीम का अहम् हिस्सा बना दिया। 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी तूफानी 76 रन की पारी ने उन्हें स्टार बना दिया।

2017 में श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह किसी भी फॉर्मेट में खेल सकते है। 2018 में एशिया कप के दौरान उन्हें गंभीर चोट लगी जिसके बाद उन्हें लम्बे समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा।  लगभग 1 साल तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद अपने फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और 2019 में फिर से भारतीय टीम में मजबूत वापसी की। हार्दिक पंड्या 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप जितने वाली भारतीय टीम के उपकप्तान थे।

 

 

 

Ratan Tata का 86 साल की उम्र में निधन

Ratan tata

source image- social media

Ratan Tata : भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। बुधवार की रात मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। रतन टाटा सफल कारोबारी के साथ-साथ बेहद अनुशाषित और सादगी व्यक्तित्व से भरपूर बेहतरीन इंसान थे। उन्होंने टाटा इंडस्ट्रीज को एक अलग ही मुकाम दिया, टाटा ब्रांड ने हिंदुस्तान के हर घर में अपनी पहुँच बनायीं नमक, तेल, चीनी चायपत्ती हो या गरीब मध्यम वर्ग के लिए लखटकिया नैनो कार का सपना हो सब साकार किया रतन टाटा जी ने।

रतन टाटा चैरिटी के लिए भी बहुत मशहूर थे टाटा ट्रस्ट के माध्यम से कंपनी के मुनाफे से 66% चैरिटी करते थे। वे टाटा संस/ग्रुप  के पूर्व चेयरमैन थे उन्होंने देश-विदेश में टाटा की ऐसी ब्रांडिंग की थी कि लोग सिर्फ टाटा के नाम से ही विश्वास कर लेते।

Ratan Tata का राजकीय सम्मान-गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया:

Ratan Tata का पार्थिव शरीर नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफार्मिंग आर्ट्स ( NCPA )में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। जहां पर देश के गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे -देवेंद्र फडणवीस और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दिए। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अम्बानी अपनी पत्नी नीता अम्बानी के साथ अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी , कुमार मंगलम बिड़ला, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने श्रद्धांजलि दी। वही सोशल साइट X पर रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा ” एक युग का अंत हो गया”

आमिर खान अपनी पूर्व पत्नी किरण राव के साथ रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे, जबकि अभिषेक बच्चन अकेले ही पहुंचे थे। वहीं रतन टाटा के चाहने वाले आम नागरिक भी लंबी कतारे लगाकर अंतिम दर्शन कर रहे थे।

रतन टाटा का पार्थिव शरीर को नरीमन पॉइंट से वर्ली के श्मशान घाट लाया गया , जहां उन्हें राजकीय सम्मान गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।

Ratan Tata पारसी धर्म से लेकिन अंतिम संस्कार हिन्दू धर्म के अनुसार:

Ratan Tata पारसी धर्म से ताल्लुक रखते थे। इसलिए लोगों का अनुमान था कि उनका अंतिम संस्कार भी एक पारसी के जैसा किया जायेगा लेकिन इसके विपरीत रतन टाटा का अंतिम संस्कार हिन्दू धंर्म के रीती-रिवाज अनुसार किया गया। वर्ली के श्मशान घाट श्थित विद्द्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया। 

पारसी धर्म में अंतिम संस्कार कैसे होता है?

पारसी धर्म में अंतिम सस्कार का नियम हिन्दू धर्म से बिलकुल ही अलग है। हिन्दू धर्म में मृतक के शरीर को जलाकर राख कर दिया जाता है जबकि पारसी धर्म में मृतक के शरीर को प्रकृति के हवाले कर दिया जाता है। पारसी धर्म के अनुसार मरने के बाद भी मृतक का शरीर प्रकृति के काम में आता है। लाश को ले जाकर एक ऊँची गोलाकार जगह पर रख दिया जाता है ये एक विशेष जगह बनाया गया होता है जो बिलकुल ही खुले आसमान में होता है ताकि गिद्ध और अन्य पक्षियों को आसानी से लाश दिखाई दे सके।

जैसे हिन्दुओं के लिए श्मशान, ईसाइयों और मुस्लिमों के लिए कब्रगाह वैसे ही पारसी लोगों के अंतिम संस्कार के जगह को दखमा “टॉवर ऑफ़ साइलेंस” कहा जाता है।

ICC Women’s T20 World Cup 2024: टीम इंडिया की शुरुआत आज

ICC Women's T20 World Cup 2024
ICC Women’s T20 World Cup 2024

ICC Women’s T20 World Cup 2024 की शुरुआत हो गयी है। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ये वर्ल्ड कप खेलेगी। भारत का पहला मैच आज (4 अक्टूबर) को न्यूजीलैंड के खिलाफ है। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला 6 अक्टूबर को होगा।

ICC Women’s T20 World Cup 2024 की मेजबानी बांग्लादेश से संयुक्त अरब अमीरात शिफ्ट कर दिया गया है। पहले महिला विश्व कप की मेजबानी बांग्लादेश कर रहा था,  लेकिन बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सुरक्षा के मद्देनजर इस टूर्नामेंट को अब संयुक्त अरब अमीरात शिफ्ट कर दिया गया। अब विश्व कप का पूरा टूर्नामेंट शारजाह और दुबई में खेला जायेगा।

वर्ल्ड कप का उद्घाटन मैच बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के बीच हुआ, जिसे बांग्लादेश ने 16 रनों से जीत लिया। इस वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही है। 18 दिनों तक चलने वाले इस वर्ल्ड कप में 23 मैच खेले जायेंगे और इसका फाइनल मैच 20 अक्टूबर को खेला जायेगा। 

ICC Women’s T20 World Cup 2024:- टीम इंडिया के लिए शानदार मौका !

ICC Women’s T20 World Cup 2024 भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए शानदार मौका है क्यूंकि इसी वर्ष ही भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर T20 विश्व कप अपने नाम किया है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पास ये शानदार मौका है की ये वर्ल्ड कप जीतकर उनकी बराबरी करे। भारतीय टीम का सबसे बड़ा चैलेंज वेस्टइंडीज, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को हराना होगा।

महिला T20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2009 में हुई थी।  वर्ल्ड कप का पहला ख़िताब इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर अपने नाम किया था। अभी तक महिला वर्ल्ड कप के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा 6 बार T20 वर्ल्ड कप का ख़िताब अपने नाम किया है। जबकि वेस्टइंडीज ने 2016 का T20 वर्ल्ड कप आस्ट्रेलिया को हराकर अपने नाम किया था। अभी तक भारतीय टीम का सर्वश्रेस्ट प्रर्दशन 2020 में रहा है जहां उसे फ़ाइनल में  पहुंचकर ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन भारतीय टीम के मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए इस बार की ख़िताब का प्रवल दावेदार मानी जा रही है।

महिला T20 वर्ल्ड कप में 2024 :-

ग्रुप A:-  भारत , श्रीलंका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया

ग्रुप B:- साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज़, बांग्लादेश, स्कॉटलैंड

भारतीय टीम :- हरमनप्रीत कौर ( कप्तान ), ऋचा घोष ( विकेटकीपर ), शेफाली वर्मा, दीप्ती शर्मा, स्मृति मंधाना ( विकेटकीपर), दयालन हेमलता, पूजा वस्त्रकार, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), आशा शोभना, राधा यादव, सजना सजीवन, श्रेयंका पाटिल, रेणुका सिंह ठाकुर, अरुंधति रेड्डी, जेमिमा रोड्रिग्स

ट्रेवलिंग रिज़र्व :- उमा क्षेत्री ( विकेटकीपर ) सायिमा ठाकोर, तनूजा कँवर

नॉन- ट्रेवलिंग रिज़र्व:- राघवी बिष्ट, प्रिया मिश्रा

Quality test failed : पैरासिटामोल समेत 53 दवाएं स्टैंडर्ड क़्वालिटी में फेल

Quality test failed
Quality test failed: paracetamol

53 दवाइयों का Quality test failed  हो गया है। इन सारी दवाइयों को सेंट्रल स्टैण्डर्ड कण्ट्रोल आर्गेनाईजेशन (CDSCO) ने गुणवत्ता परिक्षण किया था। हल्का सा भी बुखार होने पर हम सभी पैरासीटमोल 500 mg खा लेते है और वही पैरासीटमोल का Quality test failed हो गया है। अगस्त महीने में ही इंसानो को जोखिम में डालने वाली 156 से अधिक दवाओं को CDSCO ने भारतीय बाजार में प्रतिबंधित किया था।

53 दवाइयों का Quality test failed : दवाइयों की लिस्ट :-

1:- पेंटोसिड ( पेंटाप्रोजोल टेबलेट ) सन फार्मा

2:- क्लावम 625 ( एंटीबायोटिक ) अल्केम फार्मा 

3:- शेल्कल 500 ( कैल्शियम और बिटामिन डी 3 ) टोरेंट फार्मा 

4:- पल्मोसिल ( सिल्डेनाफिल इंजेक्शन ) सन फार्मा

5:- ग्लाईसिमेट एसआर 500 ( मधुमेह के लिए ) स्कॉट- एलिट फार्मा 

6:- बायो टाइफ़ ( टायफाइड टिका )

7:- टेटनस टिका – (अभयटाक्स ) मानव जैविक संस्थान

8:- पाजीवा 40 ( एंटासिड  ) गनोसिस फार्मा

9:- पैंटोमेड 40 ( एंटासिड )डिजिटल विज़न

10:- सिफिकस्टाइम सस्पेंशन ( एंटीबायोटिक ) नेस्टर फार्मा

11:- मोक्सीमेड सीवी ( एंटीबायोटिक ) एलेक्शा फार्मा

12:- आइवरमेक्टिन टैबलेट 6 mg  ( एंटी मलेरिया ) ज डंकन हेल्थ केयर 

13:- फंगोबि कैप्सूल (एट्राकोनाजोल एंटी फंगल )

14:- हायरिंग आरएल ( ringer lactate injection ) higgs healthcare

15:- मेडीपेंटो ( पेंटाप्रोजोल 40 mg) बोनसाई फार्मा

16 :- सेफलेक्सीन ओरल सस्पेंशन ( एंटीबायोटिक ) नेस्टर फार्मा

17 :- सालबुलटामॉल नेब्युलाइज़र ( अस्थमा के लिए  ) कोटेक हेल्थकेयर

18:- सोडियम वैलपोरेट गैस्ट्रो 200 mg  ( मिर्गी में प्रयोग किया जाता है ) युनिक्योर इंडिया

19:- सिलेडर 10 ( बीपी के लिए  ) अल्वेंटा फार्मा 

20:- बायोगलीप टैबलेट ( शुगर के लिए दवा ) आईबीएन

21:- सिप्रोफ्लोक्सासिन ( एंटीबायोटिक ) विंग्स बायोटेक

22:- प्रोपिलीन ग्लाइकोल आईपी – मनाली पेट्रोकेमिकल

23:- प्रोपिलीन ग्लाइकोल यूएसपी – आईपी बालाजी अमीन्स लिमिटेड

24:- रिंगर लैक्टेट – विज़न पैरेंटल प्राइवेट लिमिटेड

25:- एसोमेज 40 – ग्लेनस्मिथ लैब

26:- लिक्विड पैराफिन

27:- लोसरटन पोटैसियम 50 ml ( बीपी के लिए दवा ) हिस्दुस्तान एंटीबायोटिक

28 :- amloheart  AT  ( बीपी के लिए  ) लिवड्स फार्मा

29:- Bacotil 200 ( एंटीबायोटिक) जेनिथ हेल्थ केयर

30:- ओसेल्टामिविर 75 मिलीग्राम ( एंटीवायरल टेबलेट  ) केरल मेडिकल सर्विस

31:- साइरा टेबलेट

32:- रैबेदिन 

33:- moxtas Distab 250 ( antibiotic ) 34:- Tolcenta P ( analgesic )

35:- Tebutaline, Bromhexin with Guaiphenesin syrup (cough syrup)

36:- Metoprolol Tablet ( बीपी के लिए ) 37:- Cuftin Cough syrup

38:- Cefuroxime Axetil Tablet (एंटीबायोटिक )

39:- Levosalbutamol , Ambroxol,  (cough syrup )

40:- Mexclav 625 (एंटीबायोटिक ) 41:- Vitamin B complex with Vitamin C softgel

42:- Rifmin 550 (एंटीबायोटिक) 43:- Pan D (Antacid )

44:- Paracetmol 500 mg, 45:- Montair LC Kid ( allergy , cough and cold )

46:- Ringer Lactate , 47:- Fexofenadine Hydrochloride 120 mg ( anti allergic)

48:- Lactulose solution , 49:- Hostranil (heparin Solution 5000 unit)

50:- Buflam forte ( Ibuprofen oral suspension )

51:- Cepodem XP 50 (एंटीबायोटिक)

52:- Nicip MR (analgesic and muscle relaxant )

53:- Rolled gauze — Blazon india

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला: FIR दर्ज

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला: FIR दर्ज

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला बढ़ता ही जा रहा है।  तिरुमाला तिरुपति देवस्थान बोर्ड के जनरल मैनेजर पी. मुरली कृष्ण ने घी सप्लाई करने वाली कंपनी AR Dairy Food Private Limited के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।

मंदिर में भगवान बेंकटेश्वर स्वामी का दर्शन करने रोजाना 80 हजार के लगभग श्रद्धालु आते है और लगभग 3.5 लाख लड्डू रोज तैयार किये जाते है जिसे भक्तो को प्रसाद के रूप में दिया जाता है। और इन लड्डुओं को बनाने की जिम्मेदारी मंदिर के तिरुमला तिरुपति देवश्थान बोर्ड TTD की होती है। और इस बोर्ड की कमेटी का गठन आंध्र प्रदेश की सरकार 2 साल के लिए करती है। और इस कमेटी के लोग ही लड्डू के निर्माण सामग्री की खरीदारी करते है । इसीलिए इस विवाद को पिछली सरकार को अप्रतक्ष्य रूप से भूमिका के रूप में देखा जा रहा है।

घी में मिलावट की जांच के लिए SIT का गठन

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में चर्बी वाला घी मिलावट का मामला उजागर होने के बाद सोशल मिडिया पर लोग कई तरह से प्रश्न उठा रह है। हिन्दुओ के भावनाओ को आघात पहुंचाने वाला यह घृणित कार्य कब से और किसके संरछण में चल रहा था?  इस गंभीर मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम मंदिर के प्रसादम में शुद्ध गाय के घी के जगह पर फिश आयल और एनिमल फैट मिलावट के मामले की बारीकी से जांच करेगी।

इतना बड़ा खेल होता रहा और किसी को खबर तक नहीं लगी, शासन-प्रसाशन मंदिर के महंथ/ पुजारियों क्या किसी को भी इतनी बड़ी घटना का भनक तक नहीं लगी या इसको छुपाया गया ।

तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में घी मिलावट पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

तिरुपति बालाजी लड्डू में चर्बी वाला घी मिलावट के मामले को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है। NDA विधायक दल के मीटिंग के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री च्नद्र बाबू नायडू ने इस पुरे मामले को उजागर किया था और पूर्ववर्ती सरकार के समय हुए अधार्मिक कार्य को जाँच करने की मांग की थी। वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगमोहन रेड्डी ने इस पुरे घटनाक्रम को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।

तिरुपति बालाजी के भक्तों की अटूट आस्था

इस विवाद के बावजूद भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। 20 से 25 सितंबर के बीच 510,643 भक्तों ने मंदिर में दर्शन किए। इसके अतिरिक्त, लड्डू के विवाद के बावजूद केवल 3 दिन में 10 लाख लड्डू बिक गए।

लोग सवाल उठा रहे है की देश का दूसरा सबसे समृद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर है। मंदिर को हर साल लगभग 650 करोड़ रुपये दान के रूप में मिलते है। मंदिर के पास 10 टन सोना और 15900 करोड़ की सम्पति है। इतना समृद्धि और संपन्न मंदिर होने के बाद भी क्या मंदिर बोर्ड की जिम्मेदारी नहीं बनती की प्रसाद की शुद्धता के लिए मंदिर में ही एक food test lab की व्यवस्था कर दे।

प्रायश्चित के लिए पवन कल्याण का 11 दिन का उपवास

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और साउथ तेलगू सिनेमा के मेगा स्टार पवन कल्याण ने इस घटना पर प्रायश्चित करते हुए 11 दिनों का उपवास शुरू किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “हे बालाजी भगवन – क्षमा करें प्रभु।” इसके साथ ही, पवन कल्याण ने सनातन धर्म रक्षा बोर्ड की स्थापना की भी मांग की है।

यह पूरा मामला न केवल भक्तों की भावनाओं को प्रभावित कर रहा है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। अब देखना यह है कि SIT की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं और इस विवाद का समाधान कैसे होता है।